16 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं खामेनेई, पढ़ने के शौकीन
शुरुआती जीवन : इस्लामिक विद्वान थे पिता
ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई को बच्चों से बेहद प्रेम है। वे अक्सर विभिन्न कार्यक्रमों में उनसे बातचीत करने का मौका ढूंढ लेते हैं।
शासन : ईरानी धार्मिक सेना के 1962 में ईरान के तत्कालीन शासक शाह मोहम्मद रजा पहलवी के खिलाफ ईरानी धार्मिक नेता अयातुल्ला खुमैनी ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया। खुमैनी ईरान को इस्लामिक गणतंत्र बनाना चाहते थे। तभी इस आंदोलन से अयातुल्ला खामेनेई भी जुड़ गए। 1979 में हुई इस्लामिक क्रांति में शाह को बेदखल कर दिया गया। खुमैनी देश के सर्वोच्च नेता बने। इस्लामिक गणतंत्र की स्थापना के बाद खामेनेई कई
अयातुल्ला अली खामेनेई का जन्म ईरान के मशहद शहर में हुआ था। उनके पिता सैयद जावेद खामनेई एक आलिम यानी इस्लामिक विद्वान थे। अयातुल्ला खामनेई के कुल आठ भाई-बहन थे, जिनमें से वे दूसरे नंबर के है। चार साल की उम्र में उनकी शुरुआती शिक्षा गृहनगर के मदरसों में कुरान सीखने से हुई। 1957 में वे वे इस्लामिक शिक्षा के लिए बगदाद स्थिति शियाओं के पवित्र शहरों में से एक नफज चले गए, लेकिन पिता का स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्हें लौटना पड़ा। इसके बाद वे शियाओं के पवित्र शहर कोम चले गए। यहां उन्होंने ईरान के सर्वोच्च नेता रहे रुहल्लाह खुमैनी से धार्मिक और राजनीतिक शिक्षाएं लेनी शुरू कर दीं। यहीं से उनकी और खुमैनी के बीच संपर्क बेहद मजबूत हुए। वे खुमैनी के विश्वासपात्र और उत्तराधिकारी बने।
सुपरवाइजर से सर्वोच्च नेता के पद तक सरकारी पदों पर रहे। रिवोल्यूशनरी काउंसिल में काम किया, जिसने अंतरिम सरकार के साथ शासन किया। बाद में उप रक्षा मंत्री बने और इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉप्स (आईआरंजीसी) के सुपरवाइजर रहे जो ईरान के सबसे शक्तिशाली संस्थानों में से एक बन गया। 1981 में ईरान के तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद अली राजई की हत्या के बाद राष्ट्रपति चुने गए। 1989 में खुमैनी की मौत के बाद सर्वोच्च नेता बने।
रोचक और विवाद: मेटा
ने उनके इंस्टाग्राम अकाउंट को किया बैन
* इजरायल के खिलाफ फिलिस्तीनी हमले और
लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमले का समर्थन करने पर मेटा ने उनके इंस्टाग्राम और फेसबुक अकाउंट को बैन कर दिया है। इंस्टाग्राम पर उनके लगभग 50 लाख फॉलोअर्स हैं।
फोर्ब्स ने 2018 में उन्हें सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में 18वां स्थान दिया था। बगदाद स्थिति अमेरिकी दूतावास ने 2016 में
दावा किया था कि अयातुल्ला खामेनेई के पास लगभग 16 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति है। • दिसंबर 2023 को उन्होंने दावा किया वे ईश्वर ने उनके माध्यम से अपना संदेश कहलवाया था।
* 2017 में महिलाओं के सार्वजनिक रूप से साइकिल चलाने पर फतवा जारी किया था।
* 1989 में सर्वोच्च नेता बनने के बाद 25 साल तक वे ईरान छोड़कर कहीं नहीं गए।
शुरुआती जीवन : इस्लामिक विद्वान थे पिता
ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई को बच्चों से बेहद प्रेम है। वे अक्सर विभिन्न कार्यक्रमों में उनसे बातचीत करने का मौका ढूंढ लेते हैं।
शासन : ईरानी धार्मिक सेना के 1962 में ईरान के तत्कालीन शासक शाह मोहम्मद रजा पहलवी के खिलाफ ईरानी धार्मिक नेता अयातुल्ला खुमैनी ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया। खुमैनी ईरान को इस्लामिक गणतंत्र बनाना चाहते थे। तभी इस आंदोलन से अयातुल्ला खामेनेई भी जुड़ गए। 1979 में हुई इस्लामिक क्रांति में शाह को बेदखल कर दिया गया। खुमैनी देश के सर्वोच्च नेता बने। इस्लामिक गणतंत्र की स्थापना के बाद खामेनेई कई
अयातुल्ला अली खामेनेई का जन्म ईरान के मशहद शहर में हुआ था। उनके पिता सैयद जावेद खामनेई एक आलिम यानी इस्लामिक विद्वान थे। अयातुल्ला खामनेई के कुल आठ भाई-बहन थे, जिनमें से वे दूसरे नंबर के है। चार साल की उम्र में उनकी शुरुआती शिक्षा गृहनगर के मदरसों में कुरान सीखने से हुई। 1957 में वे वे इस्लामिक शिक्षा के लिए बगदाद स्थिति शियाओं के पवित्र शहरों में से एक नफज चले गए, लेकिन पिता का स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्हें लौटना पड़ा। इसके बाद वे शियाओं के पवित्र शहर कोम चले गए। यहां उन्होंने ईरान के सर्वोच्च नेता रहे रुहल्लाह खुमैनी से धार्मिक और राजनीतिक शिक्षाएं लेनी शुरू कर दीं। यहीं से उनकी और खुमैनी के बीच संपर्क बेहद मजबूत हुए। वे खुमैनी के विश्वासपात्र और उत्तराधिकारी बने।
सुपरवाइजर से सर्वोच्च नेता के पद तक सरकारी पदों पर रहे। रिवोल्यूशनरी काउंसिल में काम किया, जिसने अंतरिम सरकार के साथ शासन किया। बाद में उप रक्षा मंत्री बने और इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉप्स (आईआरंजीसी) के सुपरवाइजर रहे जो ईरान के सबसे शक्तिशाली संस्थानों में से एक बन गया। 1981 में ईरान के तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद अली राजई की हत्या के बाद राष्ट्रपति चुने गए। 1989 में खुमैनी की मौत के बाद सर्वोच्च नेता बने।
रोचक और विवाद: मेटा
ने उनके इंस्टाग्राम अकाउंट को किया बैन
* इजरायल के खिलाफ फिलिस्तीनी हमले और
लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमले का समर्थन करने पर मेटा ने उनके इंस्टाग्राम और फेसबुक अकाउंट को बैन कर दिया है। इंस्टाग्राम पर उनके लगभग 50 लाख फॉलोअर्स हैं।
फोर्ब्स ने 2018 में उन्हें सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में 18वां स्थान दिया था। बगदाद स्थिति अमेरिकी दूतावास ने 2016 में
दावा किया था कि अयातुल्ला खामेनेई के पास लगभग 16 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति है। • दिसंबर 2023 को उन्होंने दावा किया वे ईश्वर ने उनके माध्यम से अपना संदेश कहलवाया था।
* 2017 में महिलाओं के सार्वजनिक रूप से साइकिल चलाने पर फतवा जारी किया था।
* 1989 में सर्वोच्च नेता बनने के बाद 25 साल तक वे ईरान छोड़कर कहीं नहीं गए।