छत्तीसगढ़ में आचार संहिता से अटक गईं 7600 सरकारी शादियां
विभाग की होती है और उन्हें इसके लिए लक्ष्य भी दिया जाता है। 17 अप्रैल को रामनवमी तो
10 मई को अक्षय तृतीया है। इस दिन सबसे ज्यादा शादियां होती है। सामान्य रूप से इस बार भी शादियां होंगी।
लेकिन सरकारी शादी भी इस दिन आयोजित किए जाते थे, जो इस बार नहीं हो सकेंगे। रामनवमी और अक्षय तृतीया के दिन विवाह करना अच्छा माना जाता है।
मालिक मैसर्स डी. बी. कार्प लिमिटेड. जी.टी. रोड, हमीरा (कपूरथला) से मुद्रित एवं एस.सी.ओ. नं. 16 पुडा काम्पलेक्स, लाडोवाली रोड, जालंधर से प्रकाशित। स
जोड़ों की शादी होती है। इसे आम बोलचाल की भाषा में सरकारी शादी कहा जाता है। इस बार सरकारी शादियों में चुनाव आचार संहिता ने अड़ंगा लगा दिया है। अलग-अलग जिलों में विकासखंड या फिर जिला मुख्यालयों में सामूहिक शादियां
जुलाई में मुहूर्त है, लेकिन इस दौरान बारिश होने से व्यवस्था बनाने में दिक्कतें आती हैं।
नवंबर दिसंबर में जब फिर मुहूर्त मिलेंगे, तब नगरीय निकाय चुनाव की आचार संहिता लग जाएगी।
ऐसी स्थिति में 7600 शादियों का
लक्ष्य पूरा नहीं हो पाएगा।
सामूहिक विवाह पर अड़चन…
सुनील शर्मा | बिलासपुर
आयोजित की जाती है। आयोजन पर होने वाले खर्च के साथ ही चेक और उपहार सामग्री भी दी जाती है। शादी करवाने की पूरी जिम्मेदारी महिला एवं बाल विकास
मुख्यमंत्री निर्धन कन्या विवाह योजना के तहत शादी के लिए दो माह इंतजार करना होगा। हर साल इस योजना के तहत हजारों
इस साल सरकारी शादियों पर आचार संहिता का ग्रहण लग गया है। लोकसभा चुनाव के लिए पूरे देश में आचार संहिता लागू है और इसी बीच रामनवमी और अक्षय तृतीया है, जिस दिन सबसे ज्यादा शादियां होती हैं। 04 जून को चुनाव परिणाम के बाद मुहूर्त कम है।
प्रकाशक
छत्तीसगढ़ में आचार संहिता से अटक गईं 7600 सरकारी शादियां
विभाग की होती है और उन्हें इसके लिए लक्ष्य भी दिया जाता है। 17 अप्रैल को रामनवमी तो
10 मई को अक्षय तृतीया है। इस दिन सबसे ज्यादा शादियां होती है। सामान्य रूप से इस बार भी शादियां होंगी।
लेकिन सरकारी शादी भी इस दिन आयोजित किए जाते थे, जो इस बार नहीं हो सकेंगे। रामनवमी और अक्षय तृतीया के दिन विवाह करना अच्छा माना जाता है।
मालिक मैसर्स डी. बी. कार्प लिमिटेड. जी.टी. रोड, हमीरा (कपूरथला) से मुद्रित एवं एस.सी.ओ. नं. 16 पुडा काम्पलेक्स, लाडोवाली रोड, जालंधर से प्रकाशित। स
जोड़ों की शादी होती है। इसे आम बोलचाल की भाषा में सरकारी शादी कहा जाता है। इस बार सरकारी शादियों में चुनाव आचार संहिता ने अड़ंगा लगा दिया है। अलग-अलग जिलों में विकासखंड या फिर जिला मुख्यालयों में सामूहिक शादियां
जुलाई में मुहूर्त है, लेकिन इस दौरान बारिश होने से व्यवस्था बनाने में दिक्कतें आती हैं।
नवंबर दिसंबर में जब फिर मुहूर्त मिलेंगे, तब नगरीय निकाय चुनाव की आचार संहिता लग जाएगी।
ऐसी स्थिति में 7600 शादियों का
लक्ष्य पूरा नहीं हो पाएगा।
सामूहिक विवाह पर अड़चन…
सुनील शर्मा | बिलासपुर
आयोजित की जाती है। आयोजन पर होने वाले खर्च के साथ ही चेक और उपहार सामग्री भी दी जाती है। शादी करवाने की पूरी जिम्मेदारी महिला एवं बाल विकास
मुख्यमंत्री निर्धन कन्या विवाह योजना के तहत शादी के लिए दो माह इंतजार करना होगा। हर साल इस योजना के तहत हजारों
इस साल सरकारी शादियों पर आचार संहिता का ग्रहण लग गया है। लोकसभा चुनाव के लिए पूरे देश में आचार संहिता लागू है और इसी बीच रामनवमी और अक्षय तृतीया है, जिस दिन सबसे ज्यादा शादियां होती हैं। 04 जून को चुनाव परिणाम के बाद मुहूर्त कम है।
प्रकाशक
Avadh Ojha Sir Biography in Hindi अवध ओझा सर की जीवनी एकदम detail में
छत्तीसगढ़ में आचार संहिता से अटक गईं 7600 सरकारी शादियां
विभाग की होती है और उन्हें इसके लिए लक्ष्य भी दिया जाता है। 17 अप्रैल को रामनवमी तो
10 मई को अक्षय तृतीया है। इस दिन सबसे ज्यादा शादियां होती है। सामान्य रूप से इस बार भी शादियां होंगी।
लेकिन सरकारी शादी भी इस दिन आयोजित किए जाते थे, जो इस बार नहीं हो सकेंगे। रामनवमी और अक्षय तृतीया के दिन विवाह करना अच्छा माना जाता है।
मालिक मैसर्स डी. बी. कार्प लिमिटेड. जी.टी. रोड, हमीरा (कपूरथला) से मुद्रित एवं एस.सी.ओ. नं. 16 पुडा काम्पलेक्स, लाडोवाली रोड, जालंधर से प्रकाशित। स
जोड़ों की शादी होती है। इसे आम बोलचाल की भाषा में सरकारी शादी कहा जाता है। इस बार सरकारी शादियों में चुनाव आचार संहिता ने अड़ंगा लगा दिया है। अलग-अलग जिलों में विकासखंड या फिर जिला मुख्यालयों में सामूहिक शादियां
जुलाई में मुहूर्त है, लेकिन इस दौरान बारिश होने से व्यवस्था बनाने में दिक्कतें आती हैं।
नवंबर दिसंबर में जब फिर मुहूर्त मिलेंगे, तब नगरीय निकाय चुनाव की आचार संहिता लग जाएगी।
ऐसी स्थिति में 7600 शादियों का
लक्ष्य पूरा नहीं हो पाएगा।
सामूहिक विवाह पर अड़चन…
सुनील शर्मा | बिलासपुर
आयोजित की जाती है। आयोजन पर होने वाले खर्च के साथ ही चेक और उपहार सामग्री भी दी जाती है। शादी करवाने की पूरी जिम्मेदारी महिला एवं बाल विकास
मुख्यमंत्री निर्धन कन्या विवाह योजना के तहत शादी के लिए दो माह इंतजार करना होगा। हर साल इस योजना के तहत हजारों
इस साल सरकारी शादियों पर आचार संहिता का ग्रहण लग गया है। लोकसभा चुनाव के लिए पूरे देश में आचार संहिता लागू है और इसी बीच रामनवमी और अक्षय तृतीया है, जिस दिन सबसे ज्यादा शादियां होती हैं। 04 जून को चुनाव परिणाम के बाद मुहूर्त कम है।
प्रकाशक