अमेरिका बोला- हमला न करे ईरान || हम इजराइल की रक्षा करेंगे अमेरिका || तो भारत या गहरा असर हो सकता है
तनाव चरम पर अमेरिका बोला- हमला न करे ईरान, हम इजराइल की रक्षा करेंगे
इजराइल पर ईरान का हमला कभी भी, ऐसा होने पर हमारे 1.1 लाख करोड़ के कारोबार पर संकट बीएड
सीयूइंटी
में ह्यू
ने सी
नहीं बिके, फिफ्टी
055
कहुआ तो ईरान को परिणाम तथा याता है या दूसरे देशों में फैलता है, तो भारत या गहरा असर हो सकता है। इसकी वजह
है भारत के दोनों ही देशों से कारोबारी संबंध। दोनों देशों से भारत का बीते साल करीब 1.1 लाख करोड़ का कारोबार हुआ था। इनमें से ईरान के साथ 20,800 करोड़ का कारोबार शामिल है।
भारत चाय, कॉफी और चीनी ईरान भेजता है। इन्हें मिलाकर पिछले साल ईरान को करीब 15,300 करोड़ रुपए का निर्यात किया। वहीं ईरान से हमने पेट्रोलियम कोक, नट्स और एसाइक्लिक एल्कोहल समेत अन्य चीजों का 5500 करोड़ रुपए का सामान आयात किया। ईरान के चाबहार पोर्ट और इससे लगे चाबहार स्पेशल इंडस्ट्रियल जोन में भी भारत साझेदार है। सरकारी रकारी आंकड़ों के मुताबिक 2023 में इजराइल के साथ भारत ने करीब 89 हजार करोड़ रुपए का कारोबार किया था। इसमें से करीब 70 हजार करोड़ का निर्यात शामिल है। इसके अलावा दोनों देशों में भारतीय बड़ी संख्या में रहते हैं। ईरान में लगभग 4000 भारतीय रहते हैं। वहीं, इजराइल में 18500 प्रवासी भारतीय रहते हैं। संघर्ष की स्थिति में इन्हें सुरक्षित निकालने के बारे में भी योजना बनाने की तैयारी की जा रही है।
ईरान समर्थक हिजबुल्ला ने लेबनान से इजराइल में रॉकेट दागे। इसके जवाब में इजराइली जेट ने लेबनान में 4 ठिकाने तबाह किए।
अमेरिकाः दो युद्धपोत-सेना रवाना की, जनरल भी भेजा
अमेरिका ने इजराइली क्षेत्र में अपने दो जंगी जहाजों को पूर्वी भूमध्य सागर में भेज दिया है। साथ ही वह सेना भी भेज रहा है। दो अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि अमेरिकी नौसेना लाल सागर में तैनात है। यहां वह यमन के हूती-नियंत्रित क्षेत्रों से दागी गई मिसाइलों और ड्रोनों को रोकती रही है। इसके अलावा इराक और उत्तरपूर्वी सीरिया में भी अमेरिकी सेनाएं मौजूद हैं, जो संभावित रूप से उत्तरी इजराइल को निशाना बनाने वाले ड्रोन और रॉकटों को रोक सकती हैं। इसके अलावा अमेरिकी सेना के शीर्ष जनरल हमले की स्थिति में इजराइली सेना की मदद करने के लिए पहुंच चुके हैं। मिडिल ईस्ट में 8 देशों में अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। जंग की स्थिति में ये इजराइल की मदद करेंगे।
ईरानः 100 से अधिक ड्रोन, मिसाइलें तैयार कर चुका
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि ईरान ने 100 से अधिक ड्रोन और दर्जनों मिसाइलों को इजराइल के सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए तैयार किया है। ईरान में क्रूज मिसाइलों और ड्रोन से जुड़ी भारी मूवमेंट ट्रैक की गई है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के सर्वोच्च नेता ने अब तक इजराइल पर हमले की मंजूरी नहीं दी है। ईरान होर्मुज पास को बाधित कर सकता है। ऐसा होने पर तो दुनिया में तेल की सप्लाई बाधित होगी। इस रूट से दुनिया का 20% तेल परिवहन किया जाता है। बता दें कि 1 अप्रैल को इजराइल ने सीरिया में ईरानी दूतवाास के पास एयरस्ट्राइक की थी। इसमें ईरान के कमांडर्स समेत 13 लोग मारे गए थे।
इजराइल भी तैयारः लोग खाने का सामान जमा कर रहे, बंकर ठीक किए जा रहे
दिया है। कलम तलह और शॉपिंग सेंटर से खाने की चीजें और अन्य जरूरी साम्हन खरीदने के लिए लाइन में लगे दिखे। इसके साथ ही हमलों से बचने
के लिए लोगों ने अपने भूमिगत कमरों की मरम्मत का काम तेजी से
करवा रहे हैं। सरकारी बंकर पहले से ही दुरुस्त किए जा चुके हैं. ताकि हमले की स्थिति में लोगों को इन सुरक्षित रखा जा सके।
दुनियाः उथलपुथल,
कच्चा तेल 1% चढ़ा
* हमले की आशंका में कच्चा तेल 1% चढ़ गया। प्रति बैरल दाम 85 से बढ़कर १० डॉलर के पार हुए।
* नीदरलैंड ने तेहरान में अपना
दूतावास बंद कर दिया है।
* ऑस्ट्रेलिया की क्वांटास
केजरीवाल के इस्तीफे की मांग || भाजपा का प्रदर्शन
एयरलाइन ने पर्थ से लंदन जा
वाली फ्लाइट्स का रूट बदन
* जर्मन एयरलाइन लुफ्थांस
के विमान ईरानी हवाई क्षेत्र
उपयोग नहीं करेंगे। 18 3
तक सभी फ्लाइट्स रद्द।
* यूरोपीय देश ऑस्ट्रिया
जाने वाली सभी फ्लाइ
तनाव चरम पर अमेरिका बोला- हमला न करे ईरान, हम इजराइल की रक्षा करेंगे
इजराइल पर ईरान का हमला कभी भी, ऐसा होने पर हमारे 1.1 लाख करोड़ के कारोबार पर संकट बीएड
सीयूइंटी
में ह्यूम
ने सी
नहीं बिके, फिफ्टी
055
कहुआ तो ईरान को परिणाम तथा याता है या दूसरे देशों में फैलता है, तो भारत या गहरा असर हो सकता है। इसकी वजह
है भारत के दोनों ही देशों से कारोबारी संबंध। दोनों देशों से भारत का बीते साल करीब 1.1 लाख करोड़ का कारोबार हुआ था। इनमें से ईरान के साथ 20,800 करोड़ का कारोबार शामिल है।
भारत चाय, कॉफी और चीनी ईरान भेजता है। इन्हें मिलाकर पिछले साल ईरान को करीब 15,300 करोड़ रुपए का निर्यात किया। वहीं ईरान से हमने पेट्रोलियम कोक, नट्स और एसाइक्लिक एल्कोहल समेत अन्य चीजों का 5500 करोड़ रुपए का सामान आयात किया। ईरान के चाबहार पोर्ट और इससे लगे चाबहार स्पेशल इंडस्ट्रियल जोन में भी भारत साझेदार है। सरकारी रकारी आंकड़ों के मुताबिक 2023 में इजराइल के साथ भारत ने करीब 89 हजार करोड़ रुपए का कारोबार किया था। इसमें से करीब 70 हजार करोड़ का निर्यात शामिल है। इसके अलावा दोनों देशों में भारतीय बड़ी संख्या में रहते हैं। ईरान में लगभग 4000 भारतीय रहते हैं। वहीं, इजराइल में 18500 प्रवासी भारतीय रहते हैं। संघर्ष की स्थिति में इन्हें सुरक्षित निकालने के बारे में भी योजना बनाने की तैयारी की जा रही है।
ईरान समर्थक हिजबुल्ला ने लेबनान से इजराइल में रॉकेट दागे। इसके जवाब में इजराइली जेट ने लेबनान में 4 ठिकाने तबाह किए।
अमेरिकाः दो युद्धपोत-सेना रवाना की, जनरल भी भेजा
अमेरिका ने इजराइली क्षेत्र में अपने दो जंगी जहाजों को पूर्वी भूमध्य सागर में भेज दिया है। साथ ही वह सेना भी भेज रहा है। दो अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि अमेरिकी नौसेना लाल सागर में तैनात है। यहां वह यमन के हूती-नियंत्रित क्षेत्रों से दागी गई मिसाइलों और ड्रोनों को रोकती रही है। इसके अलावा इराक और उत्तरपूर्वी सीरिया में भी अमेरिकी सेनाएं मौजूद हैं, जो संभावित रूप से उत्तरी इजराइल को निशाना बनाने वाले ड्रोन और रॉकटों को रोक सकती हैं। इसके अलावा अमेरिकी सेना के शीर्ष जनरल हमले की स्थिति में इजराइली सेना की मदद करने के लिए पहुंच चुके हैं। मिडिल ईस्ट में 8 देशों में अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। जंग की स्थिति में ये इजराइल की मदद करेंगे।
ईरानः 100 से अधिक ड्रोन, मिसाइलें तैयार कर चुका
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि ईरान ने 100 से अधिक ड्रोन और दर्जनों मिसाइलों को इजराइल के सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए तैयार किया है। ईरान में क्रूज मिसाइलों और ड्रोन से जुड़ी भारी मूवमेंट ट्रैक की गई है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के सर्वोच्च नेता ने अब तक इजराइल पर हमले की मंजूरी नहीं दी है। ईरान होर्मुज पास को बाधित कर सकता है। ऐसा होने पर तो दुनिया में तेल की सप्लाई बाधित होगी। इस रूट से दुनिया का 20% तेल परिवहन किया जाता है। बता दें कि 1 अप्रैल को इजराइल ने सीरिया में ईरानी दूतवाास के पास एयरस्ट्राइक की थी। इसमें ईरान के कमांडर्स समेत 13 लोग मारे गए थे।
इजराइल भी तैयारः लोग खाने का सामान जमा कर रहे, बंकर ठीक किए जा रहे
दिया है। कलम तलह और शॉपिंग सेंटर से खाने की चीजें और अन्य जरूरी साम्हन खरीदने के लिए लाइन में लगे दिखे। इसके साथ ही हमलों से बचने
के लिए लोगों ने अपने भूमिगत कमरों की मरम्मत का काम तेजी से
करवा रहे हैं। सरकारी बंकर पहले से ही दुरुस्त किए जा चुके हैं. ताकि हमले की स्थिति में लोगों को इन सुरक्षित रखा जा सके।
दुनियाः उथलपुथल,
कच्चा तेल 1% चढ़ा
* हमले की आशंका में कच्चा तेल 1% चढ़ गया। प्रति बैरल दाम 85 से बढ़कर १० डॉलर के पार हुए।
* नीदरलैंड ने तेहरान में अपना
दूतावास बंद कर दिया है।
* ऑस्ट्रेलिया की क्वांटास
एयरलाइन ने पर्थ से लंदन जा
वाली फ्लाइट्स का रूट बदन
* जर्मन एयरलाइन लुफ्थांस
के विमान ईरानी हवाई क्षेत्र
उपयोग नहीं करेंगे। 18 3
तक सभी फ्लाइट्स रद्द।
* यूरोपीय देश ऑस्ट्रिया
जाने वाली सभी फ्लाइ